आज की यह सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के महत्वपूर्ण टॉपिक Legacy Software के बारे मैं है। जिसमे हम जानेंगे की लिगेसी सॉफ्टवेयर क्या है? (What is Legacy Software in Hindi?) और लिगेसी सॉफ्टवेयर का उपयोग कौन करता है? इत्यादि। इस पोस्ट को अंत तक जरूर पड़े। हमें उम्मीद है की आपको यह टॉपिक आसानी से समझ आ जायेगा।
Software जो है वह एक ऐसी instructions का set या programs का ग्रुप है जो किसी भी specific tasks को perform करने के लिए कंप्यूटर की मदत करता है। यह जो प्रोग्राम है वह किसी भी तरह के size और architecture वाले कंप्यूटर पर काम कर सकता है। वही दूसरी तरफ engineering का मतलब होता है कुछ इस प्रकार का डिज़ाइन और निर्माण करना जो किसी भी खास तरह के purpose पर काम करे और सभी problems का cost-effective solution ढूढती है।
Legacy Software in Hindi? – लिगेसी सॉफ्टवेयर क्या है?
वे पुराने Program जिन्हे आज से कई सालो पहले बनाया गया है और जिनका आज के समय में भी industrial जैसी जगहों की Requirements को पुरा करने लिए Modifications को execute करने में किया जाता है। इस तरह के Systems का लगातार या बार – बार उपयोग बड़े – बड़े Organizations के लिए risk पैदा कर सकता है क्योकि उन्हें कभी भी या किसी भी वक्त पुराने Operating System या Hardware की जरूरत हो सकती है।
कई बार पुरानी software systems जो है वह business के महत्वपूर्ण functions को सहायता करती है और बिज़नेस के लिए बहुत ज़रूरी होती है। इसी कारण से इन legacy systems की लम्बी उम्र और business में उनकी importance बनी रहती है। ऐसे systems का number आज के समय मे इतना ज्यादा बढ़ गया है कि बड़े organizations के लिए यह काफी परेशानी बन गया है। इनको maintain करना कॉस्टली है और upgrade या change करना रिस्की होता जा रहा है।
कभी – कभी legacy software में कुछ ऐसे एक्स्ट्रा फीचर होते है जो या तो किसी काम के नहीं होते है या फिर उनकी quality बहुत कमजोर होती है। पुरानी systems में complicated code, changing design, और outdated test cases होते है जिनका प्रॉपर रूप से कोई रिकॉर्ड नहीं होता है और इन्हे कभी भी Archived नहीं किया गया था। Documentation और maintenance के इतिहास कारण से इन सिस्टम्स में problems का समाधान निकालना मुश्किल हो जाता है। इसकी बजह से ये systems security की धमकियाँ के लिए भी असुरक्षित हो जाता है और problems की जो लिस्ट है वह काफी लम्बी हो सकती है।
Who uses legacy software in Hindi?
वे companies जो सॉफ्टवेयर और डाटा सिस्टम पर निर्भर होती है वह अपने business operations को चलाने के लिए अक्सर पुराने software का उपयोग करती है। क्योकि IT professionals को business की इनफार्मेशन सिस्टम को manage करना होता है इस लिए IT professionals को भी ऐसे सॉफ्टवेयर के साथ काम करना पड़ता है। Business administrators भी पुरानी software system का उपयोग करते है जब उन्हें किसी जरूरी information और files तक पहुँचना होता है।
यहां हमने कुछ Sectors के बारे में बताया है जो legacy software का उपयोग कर सकते है:
Banks:
पुराने legacy software का उपयोग Bank अक्सर करती रहती है क्योकि ये कई सालो से अपनी बैंक के accounts और सभी तरह के transactions को manage करते आ रही है। अपने डेटा को stable और reliable रखने के लिए, banks जो होती है वह अपने पुराने सिस्टम को अपग्रेड करने की बजाये उन का उपयोग करना continue करती है।
Background checking organizations:
HR (human resources) और Law enforcement जैसी इंडस्ट्रीज जो होती है वह background checks के लिए पुराने सॉफ्टवेयर का ही उपयोग करती है। क्योकि इनके पास काफी ज्यादा डाटा उपस्थित होता है और process थोड़ा सा ज्यादा जटिल होता है। इस सभी चीजों को नए सॉफ्टवेयर पर migrate करना बहुत मुश्किल होता है क्योकि अगर किसी बजह से थोड़ा सा भी data lose हो गया तो काफी मुश्किल हो सकती है।
Retail:
Retail companies जो होती है वह कभी – कभी अपने पुराने software को इसलिए उपयोग करती है ताकि उन्हें अपने सभी sales systems को upgrade नहीं करना पड़े। उदाहरण के लिए जैसे – अगर एक grocery store पुराने cash registers का उपयोग करता है तो उन्हें अपने सारे stores में एक नए systems लगाने की बजाए उन्हें repair करना कई ज्यादा सस्ता पड़ता है।
Problems with legacy software in Hindi
Legacy software एकसार कई परेशानी create करता है इसलिए organizations को इन्हे upgrade या replace करने का सोचना चाहिए। Software engineers का कहना है की legacy systems जो होते है वह time के साथ problematic हो सकते है और इसकी वजह से कुछ reasons है। जिन्हे हमने निचे describe किया है:
- Legacy systems में अक्सर कमजोरिया आती रहती है क्योकि ये कई साल पुराने operating systems या applications पर चल रहे होते है जो अब सिक्योरिटी updates या patches नहीं मिलते।
- पुराने सॉफ्टवेयर को नए सिस्टम के साथ एकीकृत करना कठिन हो सकता है, क्योंकि नए सॉफ्टवेयर में पूरी तरह से भिन्न तकनीक का उपयोग किया जा सकता है।
- पुराने software systems को संभालना और उन्हें maintain करना, उन्हें improve करना और expand करना काफी ज्यादा मुश्किल हो सकता है क्योकि system की overall समझ बहुत ही कम होती है।
- पुराने software को नए system के साथ integrate करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है क्योकि नए software में अक्सर बिल्कुल अलग technology का उपयोग होता है।
Tips for identifying legacy software in Hindi
जब भी आप अपने सिस्टम में software program को अपडेट कर रहे है तो आपको यह जानना बहुत जरूरी है की आपका जो system है उस में पहले से कौन सा software इनस्टॉल है। अगर वह software legacy software नहीं है तो कोई बात नहीं लेकिन अगर आपके पास legacy software है तो आपको यह समझने में बहुत आसानी होगी और मदत भी मिलेगी की कौनसे टूल्स compatible है और हमें इस software में कौन – कौन से बदलाब करने पड़ेगे जिनको करने के बाद यह सॉफ्टवेयर smoothly चले। अगर Legacy software को करना है तो हमें कुछ पॉइंट्स को ध्यान में रखना होगा जिन्हे हमने निचे describe किया है:
Publishing year:
सबसे पहले तो आपको इस बात पर Consider करना पड़ेगा की आपका जो workplace उसके द्वारा कब और किस वक्त software को implement किया था। साथ ही इसके अलाबा आप यह भी चैक करे की यह सॉफ्टवेयर बाजार में कब आया था। हालाँकि हम यह जानते है की developers जो होते है उन के पास legacy software की कोई भी सटीक जानकारी नहीं होती है लेकिन ज्यादातर professionals जो है ना उन सभी का यह कहना है की अगर कोई भी सॉफ्टवेयर या सिस्टम 20 साल से ज्यादा पुराना है तो उसको outdated माना जा सकता है।
Performance:
अगर देखा जाए तो Legacy software जो होते है वह नए सॉफ्टवेयर के मुकाबले बहुत ही ज्यादा slow और effective होते है। लेकिन जैसे – जैसे technology बढ़ती जा रही है उसके साथ – साथ ही storage की capacity भी बहुत ज्यादा बढ़ती जा रही है। लेकिन जो legacy software जो है उनमें storage का जो space है वह सीमित होता है और इसकी connectivity की speeds भी बहुत slow होती है।
Update availability:
अगर कभी भी कोई system लगातार या बार – बार updates को पूरा करता रहता है तो उसमें ज्यादातर नया सॉफ्टवेयर ही होता है। लेकिन कभी भी legacy software किसी तरह के updates को अनुमति नहीं देता है क्योकि यह नए features और functions को support नहीं कर पाता है।
System compatibility:
आम तौर पर, ये जो legacy software या पुराने software होते है ना वो नए technology के साथ compatible नहीं होती है। उदाहरण के लिए देखा जाए तो अगर कभी भी कोई company अपने किसी भी computer system को upgrade करना चाहती है तो उससे पहले उनको अपने कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर को अपडेट करना होगा क्योकि ये जो legacy software होते है वह कभी भी किसी नए सॉफ्टवेयर के साथ सही तरीके से काम नहीं करते है।
Functionality:
legacy software यानि पुराने सॉफ्टवेयर जो है वे कभी भी उन features को दे नहीं सकता है जो आज के समय के किसी नए सॉफ्टवेयर में होते है। जिसके कारण legacy software की functionality काफी ज्यादा limited हो जाती है। उदहारण के लिए, जैसे अगर हमारे पास बहुत ही पुराना फ़ोन है जिस में पुराना सॉफ्टवेयर है तो सायद हम उससे सिर्फ calls ही कर सकते है जबकि ये जो आज के समय में जो phones है जिन में नए software है उनमें हम calling, texting और internet आदि जैसी कई features का उपयोग कर सकते है।
Further development:
आज के समय में जो Software developers है न वो पुराने या legacy software को आगे develop नहीं सकते है। वे software के किसी भी features नहीं बदल सकते है, फंक्शन या कार्य को नहीं बड़ा सकते या किसी भी नए operations को enable नहीं कर सकते।
निवेदन:- दोस्तों हमें आपसे उम्मीद है की आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर मैं सही हूँ तो आप इस पोस्ट को अपने Friends के साथ जरूर शेयर करे। जिससे की उन्हें भी लिगेसी सॉफ्टवेयर क्या है? (What is Legacy Software in Hindi?) के बारे मैं जानने को मिले।
आपको इस पोस्ट या हमारी वेबसाइट से सम्बंधित को भी समस्या हो या आपको कोई सवाल पूछना हो तो आप हमें कमेंट कर सकते हो। हम जल्द से जल्द आपके सवाल का जवाब देंगे। अगर आपको किसी नए टॉपिक पर आर्टिकल चाहिए तो हमसे कांटेक्ट करे।
Can you provide me incremental process model topic notes in Hindi in software engineering subject
Sure, we can provide you notes on incremental process model in Hindi