Functional Point (FP) Analysis in Software Engineering in Hindi

नमस्कार दोस्तों, आज हम इस पोस्ट में software engineering के टॉपिक Functional Point (FP) Analysis के बारे में बात करने बाले है। इस पोस्ट हम जानेंगे के Functional Point (FP) Analysis क्या होता है, इसके types कौन – कौन से है और इसके Objectives कौन – कौन से है। तो चलिए शुरू करते है और जानते है Functional Point (FP) Analysis in Software Engineering in Hindi के बारे में।

What is Functional Point Analysis (FPA) in Hindi

Functional Point (FP) Analysis जो है वह एक प्रकार का software को मापने की तकनीक है। जिसका उपयोग इस लिए किया जाता है ताकि इसके उपयोग से किसी भी software system की complexity और साइज को इसकी functionality के आधार पर assess किया जा सके। इसमें सॉफ्टवेयर के inquiries, interfaces, output reports, files, और input screens आदि जैसे functions को classify किया जाता है। फिर उसके बाद इन functions को उनकी complexity के आधार पर weight दिया जाता है।

Functional Point (FP) Analysis को सबसे पहले IBM में Allan J. Albrecht ने 1979 में डेवलप किया था। और फिर इसके बाद IFPUG (International Function Point User’s Group) के द्वारा 1984 में update किया गया था ताकि इस के नियमो को स्पष्ट किया जा सके, standards बनाया जा सके, और उनके उपयोग को प्रमोट किया जा सके। Allan J. Albrecht ने सिर्फ Functional Point (FP) Analysis के प्रारंभिक परिभाषा को दिया था। FPA जो है वह एक dimensionless नंबर प्रदान करता है जो पहले से ही function points परिभाषित होता है। फंक्शन पॉइंट मैट्रिक्स software application की अलग – अलग प्रकार की कार्यक्षमताओं को मापने के लिए एक व्यवस्थित दृश्टिकोण को offer करती है।

Types of Functional Point Analysis

Functional Point Analysis (FPA) दो प्रकार के होते है जिन के बारे में हम ने निचे बताया है।

  1. Transactional Functional Type
  2. Data Functional Type

Transactional Functional Type

  • External Input (EI): EI (External Input) डाटा प्रोसेस और उस इनफार्मेशन को कंट्रोल करता है जो एप्लीकेशन की boundary के बहार से आता है तथा EI (External Input) एक सरल प्रोसेस है।
  • External Output (EO): External Output (EO): यह भी एक सिंपल process होता है EO control information या डाटा को generate करने का काम करता है। जो application की boundary के बहार भेजी जाती है।
  • External Inquiries (EQ): External Inquiries (EQ): ये भी EI और EO की तरह ही सिंपल होता है क्योकि ये इन दोनों का कॉम्बिनेशन होता है और इसका result data retrieval होता है।

Data Functional Type

  • Internal Logical File (ILF): यह एक user-identifiable ग्रुप होता है जो logically संबंधित डाटा या कण्ट्रोल इनफार्मेशन को रखता है और इन को एप्लीकेशन की बाउंड्री के अंदर ही maintain किया जाता है।
  • External Interface File (EIF): EIF जो है वह एक तरह का ग्रुप होता है जिससे कई सरे users जुड़े हुए होते है External Interface File सॉफ्टवेयर के लिए logically related data को बहचानने का काम करता है।
Functional Point Analysis
Functional Point Analysis

Objectives of Functional Point Analysis

Comparative analysis

अगर Benchmarking को enable कर दिया जाता है तो इससे हमें से यह फायदा मिलता है की यह businesses को यह समझने की capacity प्रदान करती है। की उनके जो software projects है वह industry standards या best practices के हिसाब से साइज और complexity कहा तक मापती है। यह उस बात का पता लगाने में बहुत मदत करता है की किस – किस जगह improvements जरूरी है और कितनी अच्छी तरह से development procedures काम कर रहे है।

Comply with Business Objectives

ये अलग – अलग organization के जो बिज़नेस के उदेश्य होते है उन के साथ मिल कर सॉफ्टवेयर development की गतिविधियाँ को coordinate करने में मदत करता है। और यह गारंटी भी देता है की software development के सभी efforts user-centric पर ध्यान केंद्रित करके रखे और end users को एक अच्छी वैल्यू प्रदान करने पर focused हो।

Encourage Approximation

जब भी हम किसी सॉफ्टवेयर को बनाते है तो उस को बनाने में कितना काम, समय और resources जरूरी होता है उसे estimation करने में मदत करता है। जब किसी organizations के पास एक common measure of functionality होता है, तो वो प्रोजेक्ट्स को ज़्यादा accurately प्लान और मैनेज कर पता है।

Improve Your Cost-Benefit Analysis

यह प्रोग्राम अपने साइज और कम्प्लेक्सिटी के हिसाब से उसके वैल्यू को मूल्‍यांकन करने का एक तरीका देता है जो cost-benefit का analysis करने में मदत करता है। यह इनफार्मेशन उस समय बहुत ज्यादा मदतगार साबित होती है जब हमें किसी तरह के Project investments और resource allocation के बारे में informed निर्णय लेना होता है।

To assist with project management

Project managers FPA की सहायता से प्रोजेक्ट्स को आसानी से software development मॉनिटर और मैनेज कर सकता है। इसमें managers जो होते है वह productivity को मूल्यांकन कर सकते है, progress का ट्रैक रिकॉर्ड रख सकते है, और resource allocation और project timeframes के बारे better और अच्छा decisions ले सकते है जिसके लिए यह measuring software के functional points का उपयोग करते है।

Characteristics of Functional Point Analysis

  • Functional Point सिस्टम प्रोजेक्ट की timelines दिखता है और इसकी complexity को भी describe करने बहुत ज्यादा मदत करता है।
  • यह ज्यादा तर business systems जैसे – information systems आदि के लिए उपयोगी माना जाता है।
  • FP language और टेक्नोलॉजी स्वतंत्र होता है, मतलब यह किसी और दूसरी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज या टेक्नोलॉजी stack के साथ उपयोग किया जा सकता है। इसको सॉफ्टवेयर सिस्टम्स मैं कभी भी और कंही भी अप्लाई किया जा सकता है।
  • अगर हमें functional point को calculate करना है तो उस के लिए हमें उस समाय applications में उपयोग होने वाले functions के नंबर और उनके types की जरूरत लेनी होगी ये पांच categories में डिवाइड किए गए है: 
Types of FP Attributes or Information Domain Characteristics
  1. External Interface Files (EIF) – EIF फाइल सिस्टम का उपयोग करता है, लेकिन फिर भी इसे किसी और दूसरे सिस्टम में maintain किया जाता है। सिस्टम इन्हे update नहीं करता है सिर्फ इन्हे दूसरे system को सौंप देता है। इसके Measurement Parameter (Low: 5, Average: 7, High: 10) है। 
  2. Number of internal files (ILF) – ILF उन डाटा या कण्ट्रोल इनफार्मेशन की गिनती होता है जो सिस्टम की boundaries के अंदर manage की जाती है। और जो आम तौर पर input या output के लिए उपयोग होती है। इसके Measurement Parameter (Low: 7, Average: 10, High: 15) है। 
  3. Number of External Inputs (EI) – यह Attribute उन unique user inputs की गिनती है जो सिस्टम के डाटा को बदलता है। यह आम तौर पर वह transactions या डाटा एंट्री एक्शन्स होते है जो यूजर के जरिए शुरू किए जाते है। इसके Measurement Parameter (Low: 3, Average: 4, High: 6) है। 
  4. Number of External Output (EO) – ये उन की गिनती होती है जो सिस्टम के internal logical फाइल्स से अलग – अलग रिपोर्ट्स या output formats बनते है। इसके Measurement Parameter (Low: 4, Average: 5, High: 7) है। 
  5. Number of external inquiries (EQ) – ये उन अलग – अलग तरह के यूजर की inquiries का count होता है जिसमे डाटा retrieve किया जाता है लेकिन internal database को नहीं बदला जाता है। इसके Measurement Parameter (Low: 3, Average: 4, High: 6) है। 

    धन्यवाद दोस्तों के आपने हमारी इस पोस्ट को पूरा पड़ा और हम आपसे आशा करते है Functional Point (FP) Analysis in Software Engineering के बारे में पड़ कर कुछ नया सीखने को मिला होगा। लेकिन फिर भी आपको इस से सम्बंधित कोई समस्या हो या फिर आपको इस पोस्ट से सम्बंधित कुछ सुझाव देना हो तो आप कमेंट में लिख कर हमें बता सकते है जिसके जरिए हमें बहुत मदत मिलेगी।

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